What is Best Manufacturing Business in 2023 to 2030 || मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस

 


इसको लेकर कॉमन पब्लिक अक्सर यह तो बातें सोचती है कि Business तो सिर्फ अमीरों की करते हैं और करने के लिए सारा पैसा चाहिए लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है | अंबानी टाटा बिरला या दुनिया की किसी भी सक्सेसफुल बिजनेसमैन को आप देख लीजिए उन्होंने भी बहुत छोटे से शुरुआत की और आज billion-dollar का बिजनेस कर रहे हैं इंडिया में मैन्युफैक्चरिंग तेजी से बढ़ रहा है जो $2025 तक 1 trillion-dollar पहुंच जाएगा |

जिसमें लोग लाखों कमा सकते हैं और finencally एक हैप्पी लाइफ लीड कर सकते हैं | लेकिन इसके लिए सही प्लानिंग Skills के साथ-साथ honestly कोशिश करने की जरूरत पड़ेगी यानी कि ईमानदारी से काम करने की तो चलिए इस blog के जरिए हम जानेंगे की वो कोनसी Manufacturing Business है 2023 से 2030 तक सबसे जायद डिमांड मे रहने वाला हैं |

1. एलईडी बल्ब के मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस || LED bulb Manufacturing Business.

नंबर वन पर है एलईडी बल्ब के मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस से कीजिए अपनी जिंदगी में उजाला जी हां हर महीने सेलेरी मिलते ही रासन, पानी, बिजली, पेट्रोल और ऐसी चीजों में आधे पैसे तो यूं ही निकल जाते हैं इनमें से किसी भी चीज का खर्च कम हो जाए तो गड़बड़ आता हुआ बजट संभल सकता है इलेक्ट्रिसिटी बिल कम करने के लिए अब एलईडी बल्ब का होने लगा है ऐसे में मार्केट में बढ़ती मांग के चलते एलईडी बन गया है |

LED बल्ब मैन्युफैक्चरिंग एक सक्सेसफुल बिजनेस आइडिया बन गया है इंडिया में एलईडी बल्ब कप 2015 में 0.32 बिलीयन डॉलर्स का था जो 2019 में 2.3 बिलीयन डॉलर्स का हो गया अगर आप किसी वेल नोन ब्रांच जिसका सूर्या एलईडी बल्ब को खरीदते हैं तो यह आपको थोड़ी महंगे पड़ते हैं इसलिए एलईडी बल्ब का लोकल मैन्युफैक्चरिंग कर रहा है |

नरेंद्र मोदी की रैली फरवरी में अपने मन की बात प्रोग्राम में सेल्फ एंप्लॉयमेंट के लिए एलईडी बल्ब मैन्युफैक्चरिंग का जिक्र करते हुए बिहार के प्रमोद बैठा जी का नाम लिया था जो दिल्ली में एलईडी बल्ब की कंपनी में काम करते थे और लॉकडाउन में अपने गांव लौट कर एलईडी बल्ब बनाने का अपना खुद का बिजनेस शुरू किया और चार पांच लोगों को रोजगार भी दिया|

एलईडी बल्ब Manufacturing Business को मिनिमम कैपिटल के साथ भी किया जा सकता है कि आप डिपेंड करता है कि आपस में कितना इन्वेस्ट करना चाहते हैं वैसे कर आपस की टेक्निकल नॉलेज लेना चाहते हैं | तो IID इसमे आपका हेल्प कर सकता हैं |


2. हैंड सेनीटाइजर मैन्युफैक्चरर || Hand sanitizer Manufacturing Business

नंबर दो पर आता है हैंड सेनीटाइजर मैन्युफैक्चरर इन टेशन कोरोनावायरस के चलते हमारी आदतें और लाइफ स्टाइल बहुत बदल गई है घर हो या कार आजकल लोग हैंड सेनीटाइजर रखना नहीं भूलते हैं |

अकेले घर से बाहर निकलते हुए बहुत से लोग जेब में सैनिटाइजर की छोटी सी बोतल लेना नहीं भूलते तो बात यहां पर सिर्फ presonal हाइजीन की नहीं रही है लार्ज स्केल पर भी ऑफिस, रेजिडेंशियल, सोसाइटीज, अपार्टमेंट, हॉस्पिटल, शॉपिंग मॉल होटल्स ट्रांसपोर्ट सेक्टर कहीं सेफ्टी के लिए सैनिटाइजर को बड़े लेवल पर यूज किया जा रहा है इसलिए मार्केट की डिमांड को देखते हुए सेनीटाइजर मैन्युफैक्चरिंग का स्कोप बहुत बढ़ गया है |

साबुन शैंपू बनाने वाली कंपनी अपने प्रोडक्ट की ब्रांडिंग पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च करती है इसलिए उनकी प्रोडक्ट महंगे होते हैं जो कॉमन पब्लिक के बजट से बाहर होते हैं इसलिए लोकल दैनिक सिम्युलेट के ग्रो करने का स्कोर बहुत ज्यादा है क्योंकि आप अपने प्रोडक्ट को जितना लोगों के बजट में रखेंगे उतना बस को फायदा होगा क्योंकि कोई भी आम सैनिटाइजर लगभग सभी जर्म्स को मार देता है |

अपनी फ्रेंड को स्टाइलिश करने के अलावा भी अब होटल रेस्टोरेंट और एनजीओ गवर्नमेंट डिपार्टमेंट्स जैसे कई सेटिंग्स को उनकी जरूरत के मुताबिक कस्टमाइज्ड हैंड सैनिटाइजर की सप्लाई कर सकते हैं ए एस ए एस की वेबसाइट पर आपको एक आर्टिकल दिख जाएगा जिसमें कहा गया है कि इंडिया में हैंडसेट हैंड सेनीटाइजर का Business की 400% तक बढ़ गया है और मार्केट में डिमांड इतनी है कि 350 से ज्यादा अलग-अलग ब्रांच हैंड सेनीटाइजर बना रहे हैं आप भी करना चाहते हैं तो 1000000 रुपए की शुरुआत की जा सकती है |

3. अगरबत्ती मैन्युफैक्चरर

नंबर तीन पर आता है अगरबत्ती की खुशबू से महक आपका कारोबार जी हां अपने देश में ईश्वर आस्था इतनी गहरी है कि आपको कदम कदम पर मंदिर मस्जिद मिल ही जाएंगे साथ ही लोग घरों में सुबह-शाम अगरबत्ती जलाकर अपनी प्रार्थना संपन्न करते हैं |

इसीलिए अगर आप अगरबत्ती का मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाते हैं तो यह कामयाब कारोबार साबित हो सकता है आज अगरबत्ती बनाने वाली कंपनी भी टीवी रेडियो प्रिंट और सोशल मीडिया पर अपने ब्रांड का प्रमोशन करती है धार्मिक आस्था के अलावा भी अगरबत्ती और का इस्तेमाल ऑफिस होटल को महकने के लिए भी होता है |

आप अंदाजा लगा सकती है कि इसका कितना बेहतर स्कोर है अगरबत्ती बनाने का रॉ मैटेरियल इंडिया के लगभग सभी स्टेट में आसानी से मिल जाते हैं इसलिए ट्रांसपोर्टेशन पर ज्यादा खर्चा नहीं आएगा और ना ही इसके लिए किसी बड़े सेट की जरूरत पड़ती है इसको ऑपरेट कर सकते हैं बहुत बड़ी स्क्रीन पर आक्षेप लगाते हैं तो ज्यादा से ज्यादा ₹1000000 तक खर्च आएगा और अगर licence महिला के नाम पर हो तो सरकार के सब्सिडी भी मिल जाएगी |


4. मोबाइल फोन एक्सेसरीज

अब बात करते हैं नंबर चार की जो है मोबाइल फोन एक्सेसरीज क्या आप अपने मोबाइल के बिना 1 दिन भी गुजार पाएंगे शायद नहीं सुबह आंख खुलने से लेकर रात को सोने से पहले तक मोबाइल यूज करते हैं महंगी मोबाइल फोन रखना आज कलेक्ट्रेट बन गया है और उन्हें डेकोरेटिव एक्सेसरीज से सजाना भी फैशन  वो कब का पुराना हो गया है जब लोग सिंपल वाटर कलर वाले मोबाइल कवर को यूज करते थे |

अब ऐसी एक्सेसरीज मार्केट में आ गई है जो आपके मोबाइल को प्रोटेक्शन देने के साथ-साथ आपको एक फैशनेबल लुक और स्टाइल स्टेटमेंट भी देती है लोग महीने 2 महीने में ही मोबाइल एक्सेसरीज बदलते रहते हैं इसलिए इनकी डिमांड भी बढ़ती ही जा रही है सेल्फी स्टिक हेडफोंस केबल्स स्क्रीन ग्लास और मोबाइल कवर यह सारी चीजें मोबाइल एसेसरीज है | जिनकी जरूरत हमें आए दिन पड़ती ही रहती है अगर इन्वेस्टमेंट की बात करें तो टेंपर्ड ग्लास बनाने वाली मशीन लगभग 75000 से डेढ़ लाख रुपए तक की आ जाती है | जिसको हम मार्केट में 50 से 100 ₹200 देकर खरीदते हैं उनमें 50% तक का प्रॉफिट मार्जिन होता है |

इंडिया में मोबाइल एक्सेसरीज का मार्केट साल 2016 में लगभग $1.5 का था जो 2024 तक $3.5 का हो जाएगा अगर आप भी बिजनेस करने का मन बना रहे हैं तो अरबों डॉलर की बहती गंगा से बाल्टी दो बाल्टी मुनाफा आप भी कमा सकते हैं इसके अलावा भी और ऐसे कई मैन्युफैक्चरिंग दोस्त है जिनसे आप बदले का टैगलाइन अपने नाम के साथ जोड़ सकते हैं |





आज इस Blog में बताएं कि मैन्युफैक्चरिंग आइडीअ के अलावा भी अगर आप किसी स्पेसिफिक मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस के बारे में डिटेल में नॉलेज चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा साथ ही साथ यह जानकारी आपको कैसी लगी यह भी बताइएगा और plzz इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करना ना भूले और जितने भी लोग आज हम से जुड़े हैं वेलकम है




Post a Comment

0 Comments